NOT KNOWN DETAILS ABOUT SHIV CHAISA

Not known Details About Shiv chaisa

Not known Details About Shiv chaisa

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एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥

अर्थ: हे भोलेनाथ आपको नमन है। जिसका ब्रह्मा आदि देवता भी भेद न जान सके, हे शिव आपकी जय हो। जो भी इस पाठ को मन लगाकर करेगा, शिव शम्भु उनकी रक्षा करेंगें, आपकी कृपा उन पर बरसेगी।

Chalisa is a forty-verse prayer devoted to a selected Hindu God or Goddess. The verses of a Chalisa glorify the acts and deeds in the deities. It has verses praying to your Lord for ending sorrow inside our lives and brings peace, wellness, and prosperity.

किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥

श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।

It contains forty verses (chalisa), published from the Hindi language. The chalisa is structured inside a poetic structure and it is greatly recited by devotees as a method to praise and seek blessings from Lord Shiva.

शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला.

शंकर सम्मुख पाठ सुनावे ॥ जन्म जन्म के पाप नसावे ।

* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों Shiv chaisa को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥

पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥

जो कोई जांचे सो फल पाहीं ॥ अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी ।

सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥

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